कविता में व्यक्त दुख के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
कविता में दुख के अनेक कारणों की चर्चा की गई है, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-
(क) बीते हुए सुखमय दिनों को याद करने से वर्तमान का दुख बढ़ जाता है।
(ख) धन-दौलत, मान-सम्मान, यश तथा प्रतिष्ठा के पीछे मनुष्य जितना भागता है उतना ही दुखी होता है।
(ग) प्रभुत्व प्राप्ति की आकांक्षा मृग तृष्णा के समान है जिसे व्यक्ति हासिल करना चाहता है।
(घ) मनुष्य को समय पर उपलब्धियाँ न मिलने से दुख मिलता है।
(ड़) मनुष्य वर्तमान का यथार्थ नहीं स्वीकार कर पाता है और दुखी होता है।
(छ) कामनाओं और आकांक्षाओं के पीछे भागने की प्रवृति हमेशा दुखदायी होती है।